जिवन विचार - 103
*एक व्यक्ति ने अपने गुरु से पूछा* *मेरे कर्मचारी मेरे प्रति ईमानदार नहीं है* *मेरी पत्नी मेरे बच्चे और सभी दुनिया के लोग सेल्फिश हैं* *कोई भी सही नहीं हैं* *गुरु थोडा मुस्कुराये और उसे एक कहानी सुनाई* *एक गाँव में एक अलग सा कमरा था जिसमे 1000 शीशे लगे थे.* *एक छोटी लड़की उस कमरे में गई और खेलने लगी.* *उसने देखा 1000 बच्चे उसके साथ खेल रहे है और वो इंजॉय करने लगी* *जेसे ही वो अपने हाथ से ताली बजाती सभी बच्चे उसके साथ ताली बजाते* *उसने सोचा यह दुनिया की सबसे अच्छी जगह है यहां वह् सबसे ज्यादा खुश रहती है वो यहां बार बार आना चाहेगी* *इसी जगह पर एक उदास आदमी ने विजिट की.* *उसने अपने चारो तरफ हजारो दुखी और रोष से भरे चेहरे देखे* *वह बहुत दुखी हुवा और उसने हाथ उठा कर सभी को धक्का लगाना चाहा.. उसने देखा हजारों हाथ उसे धक्का मार रहे है..* *उसने कहा यह दुनिया की सबसे खराब जगह है वह् यहां दुबारा नहीं आना चाहता और उसने वो जगह छोड़ दी.* *इसी तरह यह दुनिया एक कमरा है जिसमे हजारों मिरर यानी शीशे लगे है* *जो कुछ भी हमारे अंदर भरा होता है वही यह समाज हमे लौटा देता है.* *अपने मन और दिल को बच्चों की तर