अच्छे विचार
[२४/२, ९:२९ AM] arjun apparao jadhav: *एक व्यक्ति बनकर* *जीना महत्वपूर्ण नहीं है* *अपितु एक व्यक्तित्व बनकर* *जीना अधिक महत्वपूर्ण है* *क्योंकि* *व्यक्ति तो समाप्त हो जाता है* *लेकिन* *व्यक्तित्व सदैव जीवित रहता है* *इसलिये* *परवाह ना कीजिये* *चाहे सारा जमाना खिलाफ हो* *चलिए उस रास्ते पर* *जो सच्चा और साफ हो* *आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो * [२५/२, ६:०० AM] arjun apparao jadhav: *" दिल" से ज्यादा उपजाऊ जगह और कोई नहीं हो सकती,* *निर्भर आप पर करता है* *आप प्यार बोते है....या नफरत !!"*. [२५/२, ६:०० AM] arjun apparao jadhav: इस बेदर्द जिंदगी में अब डर घावों से नहीं दिल के लगावों से लगने लगा है, जिंदगी में झूठे रिश्तों से डर नहीं साहब इंसान के बनावटी छांवों से लगने लगा है। इस दुनिया में बोलने को तो अपने मुंह से कुछ भी बोल जाते हैं लोग अकसर यहां, डर इंसान से नहीं इंसान में छुपी मक