34 पिक्चर चे प्रेरणादायक डायलॉग

1. जो हारता है, वही तो जीतने का मतलब जानता है।      (इमरान हाशमी…. फिल्म – जन्नत में )
2. बाबू मोशाय ! जिंदगी बड़ी होनी चाहिए…. लम्बी नही !!            (राजेश खन्ना…. फिल्म  -आनंद में )
3. हिम्मत बताई नही… दिखाई जाती है….!!     (अजय देवगन ….फिल्म   -वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई में )
4. भगवान् के भरोसे मत बैठिये , क्या पता भगवान् हमारे भरोसे बैठा हो।     (नवाजुद्दीन सिद्दीकी ….फिल्म – मांझी :द माउंटेन मैन में )
5. जो अपने बीते हुए कल से भागता है वो ज़िंदगी की रेस कभी नहीं जीतता।  (अजय देवगन ..फिल्म – वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई में )
6. जो लोग अपने सपने पूरे नहीं करते ना …..वो दूसरों के सपने पूरे करते हैं।   (इमरान हाशमी…. फिल्म -आवारापन में )
7. बच्चा काबिल बनो, काबिल…! कामयाबी तो साली झक मार कर पीछे भागेगी।    (आमिर खान ….फिल्म – 3 इडियट में )
8. लहरों के साथ तो कोई भी तैर लेता है ..पर असली इंसान वो है जो लहरों को चीरकर आगे बढ़ता है।  (दलीप ताहिल…. फिल्म – गुलाम में )
9. खुदी को कर बुलंद इतना …कि हर तकदीर से पहले .. खुदा बन्दे से खुद पूछे….बता तेरी रज़ा क्या है?  (राजकुमार ….फिल्म – बुलंदी में )
10. जो काम दुनिया को नामुमकिन लगे, वही मौका होता है करतब दिखाने का।   (आमिर खान ….फिल्म  -धूम 3 में )
11. अगर शतरंज की बाज़ी जीतनी हो ….तो उसे दस दिमाग से नहीं …..एक दिमाग से खेलना चाहिए।  (आमिर खान ….फिल्म – बाजी में )
12. नजदीकी फायदा देखने से पहले दूर का नुकसान सोचना चाहिए।    (अमिताभ बच्चन ….फिल्म  -सरकार में )
14. मैं उठना चाहता हूं, दौड़ना चाहता हूं, गिरना भी चाहता हूं….बस रुकना नहीं चाहता।  (रणवीर कपूर ….फिल्म – ये जवानी है दीवानी में )
15. हर आदमी में दो तरह की क्वालिटी होती है …..एक ऊपर ले जाने वाली और दूसरी नीचे ले जाने वाली …….और दोनों में से जो क्वालिटी जीत जाती है …वो उसी तरह की ज़िंदगी जीने लगता है।      (मनीष चौधरी…. फिल्म  -राकेट सिंह में )
16. सच्चा बहादुर वो होता है जो तूफानी समुन्दर के बीच में जाकर मछली पकड़ने का जाल फेंकता है ……किनारे बैठकर पानी में काँटा डाले मछली के फंसने का इंतजार करने वाले को बहादुर नहीं कहते।    (अमिताभ बच्चन…. फिल्म  – आख़री रास्ता में )
17. गिरो सालों और गिरो …लेकिन गिरो तो उस झरने की तरह गिरो …जो पर्वत कि ऊंचाई से गिर कर भी अपनी सुंदरता खोने नहीं देता …..जमीन की तह से मिलकर भी अपने अस्तित्व को नष्ट नहीं होने देता।    (नाना पाटेकर ….फिल्म  – यशवंत में )
18. अगर हालत के गुलाम बनोगे ना….तो दुनिया तुम्हे कुत्ता समझकर लात मारेगी …..लेकिन अगर हालात को अपना गुलाम बनाओगे ना…..तो दुनिया तुम्हे शेर समझकर सलाम करेगी।   (प्रिया तेंदुलकर ….फिल्म  – त्रिमूर्ति में )
19. दुनिया के सबसे बेहतरीन और मशहूर लोग वो होते है जिनकी अपनी एक अदा होती है…. वो अदा जो किसी की नक़ल करने से नही आती… वो अदा जो उनके साथ जन्म लेती है…!!     (आदित्य  रॉय कपूर ….फिल्म – आशिकी 2 में )
20. जिंदगी में जीत सिर्फ उसी की नहीं होती है जो बहुत ताकतवर होता है, तेज होता है …चालाक होता है ….अंत में जीत उसकी होती है जो अपने ऊपर विश्वास कर सकता है।       (अनुपम खेर ….फिल्म  – प्यार इम्पॉसिबल में )
21. दुनियां में बहुत सी ऐसी बातें होती हैं जो नामुमकिन नज़र आती हैं …. लेकिन अगर इंसान हिम्मत से काम करे और वो सच्चा है ……तो जीत उसी की होती है।        (प्रेमनाथ ….फिल्म  – तीसरी मंजिल में )
22. जिंदगी में कभी जीत होती है तो कभी हार ….. लेकिन अगर हम कोशिश करने से पहले ही हार मान लें ….तो हमें पता कैसे चलेगा की हम हारने वाले थे या फिर शायद जीतने वाले थे।     (विवेक ओबेरॉय…. फिल्म  – क्यों हो गया ना में )
23. अगर तुम गलत रास्ते पर चलोगे …तो हो सकता है शुरुआत में तुम्हे बहुत कामयाबी मिले, बहुत खुशियां ….मगर अंत में तुम्हारी हार होगी……और अगर तुम सही रास्ते पर चलोगे ….तो भले ही शुरुआत में तुम्हे कदम कदम पर ठोकरें मिलें,…मुसीबतों का सामना करना पड़े…..मदर अंत में हमेशा तुम्हारी जीत होगी।      (शाहरुख़ खान ….फिल्म  – दिलवाले दुल्हनियां ले जायेंगे में )
24. ज़िंदगी में अगर कुछ बनना हो..कुछ हासिल करना हो…कुछ जीतना हो….तो हमेशा दिल की सुनो…और अगर दिल कोई जवाब न दे, तो आँखे बंद करके अपनी माँ और पापा का नाम लो ….फिर देखना हर मंजिल पार कर जाओगे….हर मुश्किल आसान हो जाएगी…….जीत तुम्हारी होगी…सिर्फ तुम्हारी।    (शाहरुख़ खान ….फिल्म  – दिलवाले दुल्हनियां ले जायेंगे में )
25. घोड़ी जब रेस में दौड़ती है ना.. तो बीच रास्ते में नहीं रूकती …मंजिल तक दौड़ती है….चाहे फिर वो रेस जीते या हारे।                                                                                                                                                  (मल्लिका शेरावत ….फिल्म – डर्टी पॉलिटिक्स में )
26. अगर हमारी किस्मत में जीतना लिखा होगा तो हम जीतेंगे ….लेकिन हम हारने तक हार नहीं मानेंगे।                                                                                                                                                                      (इमरान हाशमी .…फिल्म  – गुड बॉय बैड बॉय” में )
27. इंसान जब लक के भरोसे पे खेलता है …तो उसे हारने का डर रहता है….मगर जो दिल से खेलता है …लक हमेशा उसका साथ देता है।                                                                                                                                                                             (डैनी ….फिल्म -लक में )
28. मौके मिलते नहीं…. बनाये जाते हैं …..कामयाबी हम तक नहीं आती ….हमें कामयाबी तक जाना होता है ।                                                                                                                                                                 (फरहान अख्तर…. फिल्म -लक बाई चांस में )
29. उठो , मुकाबला करो….और जीतो……..जीतने के लिए तुम्हे ना किसी इज़ाज़त की ज़रूरत है और ना किसी सिफारिश की।                                                                                                                                          (असरानी ….फिल्म  -दिल विल प्यार व्यार में )
30. कोशिश वो सीढ़ी है …कि पांव टिके तो कामयाबी …….और अगर पांव फिसले…. तो भी उम्मीद बरक़रार रहती है।
                                                                                                                                 (प्रियांशु चटर्जी ….फिल्म  -जूली में )
31. आदमी अपने जज्बात और उतावलेपन से नहीं …….अपनी मेहनत और दिमाग से कामयाब होता है।
                                                                                                                                (शिशिर शर्मा ….फिल्म  -ओम जय जगदीश में )
32. जीतना सभी चाहते हैं …..लेकिन जीतता सिर्फ वो है ….जो अपना सब कुछ भूलकर सिर्फ अपने मकसद को जीतता है।
                                                                                                                                    (सुनील शेट्टी ….फिल्म  -देसी कट्टे में )
33. अपने मकसद में कामयाबी हासिल करने के लिए ….ताकत से ज्यादा हिम्मत की ज़रूरत होती है।
                                                                                                                                 ( मुकेश खन्ना ….फिल्म -जज मुजरिम में )
34. इंसान की ज़िंदगी एक आईने की तरह होती है … फर्क सिर्फ इतना है कि आम आईने में हम जो हरकत करते हैं उसकी तस्वीर उसी वक़्त नज़र आ जाती हैं …..मगर ज़िंदगी  वो आइना है जिसमें आज की हुई हरकत की तस्वीर बरसों बाद नज़र आती है।        ( कादर खान ….फिल्म  – जैसी करनी वैसी भरनी में )

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