महान सूफी संत सुकरात यांचे 43 अनमोल विचार


1. बुद्धि आश्चर्य में शुरू होती है।
2. सौंदर्य एक अल्पकालिक अत्याचार है।
3. किसी प्रश्न को समझ लेना आधा उत्तर है।
4. व्यस्त ज़िन्दगी की दरिद्रता से सावधान रहो।
5. बिना जांचे हुए जीवन का कोई मूल्य नहीं है।
6. स्वयं को जानने के लिए स्वयं के बारे में सोचो।
7. प्रत्येक कार्य की अपनी ख़ुशी और अपना मूल्य होता हैं।
8. केवल एक अच्छाई है ज्ञान, और एक बुराई है अज्ञान।
9. सबसे गर्मजोशी वाले प्यार का सबसे ठंडा अंत होता है।
10. एक ईमानदार आदमी हमेशा एक बच्चा होता है।
11. मृत्यु संभवतः मानवीय वरदानो में सबसे महान है।
12. आलस्य में जीवन बिताना आत्महत्या के समान है।
13. अधिकतर आपकी गहन इच्छाओं से ही घोर नफरत पैदा होती है।
14. ज़िन्दगी नहीं, बल्कि एक अच्छी ज़िन्दगी को महत्ता देनी चाहिए।
15. सच्चा ज्ञान केवल यह जानने में है कि आप कुछ नहीं जानते है।
16. वो दूसरों के साथ कभी ना करे जो यदि दूसरा आप के साथ करे तो आपको गुस्सा आए।
17. सिर्फ जीना मायने नहीं रखता, सच्चाई से जीना मायने रखता है।
18. वो सबसे धनवान है जो कम से कम में संतुष्ट है, क्योंकि संतुष्टि प्रकृति की दौलत है।
19. शिक्षा एक लौ जलाने के समान है ना कि एक बहुत बड़ा बरतन भरने के समान।
20. संसार को चलाने के लिए पहले हमें स्वयं को चलना होगा।
21. दिमाग सब कुछ है; आप जो सोचते है वो बन जाते हैं|
22. जीने के लिए खाना चाहिए, ना कि खाने के लिए जीना चाहिए।
23. जहाँ तक मेरा सवाल है, मैं बस इतना जानता हूँ कि मैं कुछ नहीं जानता।
24. शादी या ब्रह्मचर्य, आदमी चाहे जो भी रास्ता चुन ले, उसे बाद में पछताना ही पड़ता है।
25. जीवनभर ज्ञानार्जन के बाद मैं केवल इतना ही जान पाया हूं कि मैं कुछ भी नहीं जान पाया हूं।
26. मैं सभी जीवित लोगों में सबसे बुद्धिमान हूँ, क्योंकि मैं ये जानता हूँ कि मैं कुछ नहीं जानता हूँ।
27. दोस्ती करने में धीमे रहिये, पर जब कर लीजिये तो उसे मजबूती से निभाइए और उस पर स्थिर रहिये।
28. इस दुनिया में सम्मान से जीने का सबसे महान तरीका है कि हम वो बनें जो हम होने का दिखावा करते हैं।
29. हर व्यक्ति की आत्मा अमर होती है, लेकिन जो व्यक्ति नेक होते हैं उनकी आत्मा अमर और दिव्य होती है।
30. मूल्यहीन व्यक्ति केवल खाने और पीने के लिए जीते हैं; मूल्यवान व्यक्ति केवल जीने के लिए खाते और पीते हैं।
31. हमारी प्रार्थना बस सामान्य रूप से आशीर्वाद के लिए होनी चाहिए, क्योंकि भगवान जानते हैं कि हमारे लिए क्या अच्छा है।
32. जहाँ सम्मान है वहां डर है, पर ऐसी हर जगह सम्मान नहीं है जहाँ डर है, क्योंकि संभवतः डर सम्मान से ज्यादा व्यापक है।
33. एक गलत विचार का समर्थन जारी रखने से अच्छा है कि आप अपनी राय बदल लें।
34. झूठे शब्द सिर्फ खुद में बुरे नहीं होते,बल्कि वो आपकी आत्मा को भी बुराई से संक्रमित कर देते हैं।
35. सबसे आसान और विनम्र तरीका यह है कि आप दूसरों को कुचले नहीं बल्कि खुद में सुधार करे।
36. ख़ुशी का रहस्य ज्यादा पाने में नहीं बल्कि थोड़े का आनंद लेने की क्षमता विकसित करने में है।
37. मैं किसी को भी कुछ नहीं सिखा सकता हूँ, मैं उन्हें केवल सोचने लायक बना सकता हूँ।
38. किसी से भी मिलते वक़्त आवश्यकता से अधिक अच्छे रहो। प्रत्येक व्यक्ति किसी ना किसी तरह का युद्ध लड़ रहा है।
39. मजबूत दिमाग वाले ….विचारों पर, साधारण दिमाग वाले …..घटनाओ पर जबकि निम्न दिमाग वाले …….लोगों पर चर्चा करते हैं।
40. यदि आप एक अच्छे काठ साज़ बनना चाहते है तो सबसे खराब घोड़े की काठ बनाए , यदि आप ने उस एक को वश में कर लिया तो आप सब को वश में कर सकते है।
41. हम उस बच्चे को आसानी से माफ़ कर सकते है जो कि अँधेरे से डरता है, लेकिन जीवन की वास्तविक त्रासदी तब है जब आदमी प्रकाश से डरने लग जाए।
42. चाहे जो हो जाये शादी कीजिये। अगर अच्छी पत्नी मिली तो आपकी ज़िन्दगी खुशहाल रहेगी, अगर बुरी पत्नी मिलेगी तो आप दार्शनिक बन जायेंगे।
43. अपना समय औरों के लेखों से खुद को सुधारने में लगाइए, ताकि आप उन चीजों को आसानी से जान पाएं जिसके लिए औरों ने कठिन मेहनत की है।

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