१००+ अच्छे विचार
अगर कोई कर सकता हैं, तुम भी कर सकते हो, अगर कोई नहीं कर सकता तो तुम्हे जरुर करना हैं।
संसार में न कोई तुम्हारा मित्र है और न शत्रु, तुम्हारे अपने विचार ही शत्रु और मित्र बनाने के लिए उत्तरदायी है।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है।
ईश्वर पर विश्वास बच्चे ती तरह करो जिसको आप हवा में उछालो तो वो हंसता है डरता नहीं, क्योंकि वो जानता है कि आप उसे गिरने नहीं दोगे, ऐसा ही विश्वास ईश्वर पर करोगें तो वो तुम्हें कभी गिरने नहीं देगा।
पक्षपात गुणों को दोष और दोष को गुण बना देता है।
हर मनुष्य राम बन सकता है आवश्यकता केवल इतनी है कि, उसे अपने अन्दर के रावण को पहले हराना होगा…
आत्मविश्वास किसी भी कार्य के लिए आवश्यक तत्व है, क्योंकि एक बड़ी खाई को दो छोटी छलांगों में पार नहीं किया जा सकता।
मेरा-तेरा, छोटा-बड़ा, अपना-पराया, मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है, तुम सबके हो..
जिंदगी में अपनों से बड़ों को प्रणाम करना सीखिए, कहा जाता है कि प्रणाम परिणाम बदल देता है।
हम नींद में सपने देखते हैं, लेकिन ईश्वर हमें हर दिन नींद से जगाकर उन सपनों को पूरा करने का एक मौका देते हैं।
दैनिक कार्य व्यवहार में क्यों को क्यों नहीं में बदलने की कला सीखिए। सकारात्मक सोच हमेशा प्रगति की ओर जाती है। ‘
हम अपने जीवन के लिए माता पिता के ऋणी होते हैं लेकिन एक अच्छे व्यक्तित्व के लिए हम एक शिक्षक के ऋणी होते हैं ।
जिंदगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो, खुद अच्छे बन जाओ, आपसे मिलकर शायद किसी की तलाश पूरी हो जाए।
यदि जीवन में लोकप्रिय होना हो तो सबसे ज्यादा आप शब्द का, उसके बाद हम शब्द का और सबसे कम मैं शब्द का उपयोग करना चाहिए।
गीता में लिखा है कि अगर आपको कोई अच्छा लगता है तो अच्छा वो नहीं, बल्कि अच्छे आप हो…!! क्योंकि उसमें अच्छाई देखने वाली नजर आपके पास है…
हमें किसी भी खास समय के लिए इंतजार नहीं करना चाहिए, बल्कि अपने हर समय को खास बनाने की पूरी तरह से कोशिश करनी चाहिए!
शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का।
विनम्रता पूर्वक व्यवहार करें, कुंठा से बचें, क्योंकि इससे हम आक्रमक बनते हैं और अवसाद में चले जाते हैं ।
“बात मन में दबाए न रखें, व्यर्थ में चिंता बढेगी। मनोभावों को शांत-सहज भाव में व्यक्त करें, बिगड़ी बात बन जाएगी।”
आपका सम्मान उन शब्दों में नहीं जो आपकी उपस्थिति में कहे गए बल्कि उन शब्दों में है जो आपकी अनुपस्थिति में कहे गए हैं।
किसी का सरल स्वभाव उसकी कमजोरी नहीं होती है, संसार में पानी से सरल कुछ भी नहीं होता है किन्तु उसका तेज बड़ी से बड़ी चट्टान के टुकड़े-टुकड़े कर देता है।
दरिद्र कौन है ? भारी तृष्णा वाला, और धनवान कौन है ? जिसे पूर्ण संतोष है।
यदि आप बहुत अधिक लोगों पर निर्भर रहते हैं तो आपके निराश होने के अवसर भी अधिक हो जाते हैं।
उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है, वो न कभी था.. न कभी होगा, जो वास्तविक है वो हमेशा था और उसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता।
मुश्किलें वे औजार हैं जिनसे ईश्वर हमें बेहतर कामों के लिए तैयार करता हैं।
अपनी अज्ञानता के प्रति सचेत होना ही ज्ञान प्राप्त करने की दिशा में पहला कदम है।
हम नींद में सपने देखते हैं, लेकिन ईश्वर हमें हर दिन नींद से जगाकर उन सपनों को पूरा करने का एक मौका देता है।
सिर्फ मांगते ही रहते हैं ईश्वर से हम, कभी सोचा भी है हमने कि वो दें-दें कर भी थकता नहीं।
आप चाहे कितने भी अच्छे काम करो, या कितने भी इमानदार बनो… पर दुनिया तो बस आपकी एक गलती का इंतजार कर रही है… इसलिए हर वक्त सचेत रहो।
विवेक जीवन का नमक है और कल्पना उसकी मिठास। एक जीवन को सुरक्षित रखता है और दूसरा उसे मधुर बनाता है।
कुंठा से बचें, विषम परिस्थितियों का साहस पूर्वक सामना करें, विनम्रता पूर्वक व्यवहार करें, क्योंकि कुंठा से हम आक्रमक बनते हैं और अवसाद में चले जाते हैं।
अजूबा यह नहीं कि हमने किसी कार्य को कर दिखाया है, बल्कि यह है कि हमें वह कार्य करके प्रसन्नता हुई है।
खुशनसीब वो नहीं जिसका नसीब अच्छा है! खुशनसीब वो है जो अपने नसीब से खुश है!
कागज अपनी किस्मत से उड़ता है लेकिन पतंग अपनी काबिलियत से, इसलिए किस्मत साथ दे या ना दे काबिलियत जरूर साथ देती है।
विचार बहते हुए पानी की तरह हैं यदि आप उसमें गंदगी मिलाएँगे तो वह नाला बन जाएगा और यदि सुगंधी मिला देंगे तो वही गंगाजल बन जाएगा।
हर बेटी के भाग्य में पिता होता है, पर हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती…
मानव के अंदर जो कुछ सर्वोत्म है, उसका विकास प्रशंसा तथा प्रोत्साहन के द्वारा किया जा सकता है।
अपनों के बीच खुशियाँ बांटे बिना आप उसका पूरा आनंद नहीं उठा सकते हैं।
संसार में जितने प्रकार की प्राप्तियां हैं, उनमें से शिक्षा सब से बढ़कर है।
समय तब तक दुश्मन नहीं बनता जब तक आप इसे व्यर्थ गंवाने का प्रयास नहीं करते हैं।
दरिद्रता सब पापों की जननी है, तथा लोभ उसकी सबसे बड़ी संतान है।
चरित्र वृक्ष के समान है तो प्रतिष्ठां उसकी छाया है, हम अक्सsर छाया के बारे में सोचते हैं, जबकि असल चीज तो वृक्ष ही है।
यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने में सफल होता है, तो ऐसा मान लें कि आप उसके हाथ की कठपुतली हैं।
ईश्वर से कुछ मांगने पर न मिले तो उससे नाराज ना होना क्योंकि ईश्वर वह नहीं देता जो आपको अच्छा लगता है बल्कि वह देता है जो आपके लिए अच्छा होता है।
अच्छे इंसान सिर्फ और सिर्फ अपने कर्म से पहचाने जाते हैं क्योंकि, अच्छी बातें तो बुरे लोग भी कर लेते है।
जिसके पास धैर्य और परिश्रम का बल है, वह जो कुछ इच्छा करता है, प्राप्त कर लेता है।
प्रतीक्षा करने वालों को केवल उतना ही प्राप्त होता है जितना यत्न करने वाले छोड़ देते हैं
पराक्रमी वह है जो निर्भय और पवित्र है और जो अपने संकल्प से डिगता नहीं है।
लगातार हो रही असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए… कभी-कभी गुच्छे की आखिरी चाबी ताला खोल देती है।
जीवन में सबसे बड़ी खुशी उस काम को करने में है, जिसे लोग कहते हैं कि तुम नहीं कर सकते हो।
जो लोग जिम्मेदार, सरल, ईमानदार और मेहनती होते है, उन्हें ईश्वर द्वारा विशेष सम्मान मिलता है क्योंकि वे इस धरती पर उसकी श्रेष्ठ रचना हैं।
हमारे साथ प्राय: समस्या यही होती है कि हम झूठी प्रशंसा के द्वारा बरबाद हो जाना तो पसंद करते हैं, परन्तु वास्तविक आलोचना के द्वारा संभल जाना नहीं।
अगर जिंदगी में कुछ पाना हो तो तरीके बदलो इरादे नहीं।
इंसान मकान बदलता है, वस्त्र बदलता है, सम्बंध बदलता है, फिर भी दु:खी रहता है क्योंकि, वह अपना स्वभाव नहीं बदलता..!
सुबह का मतलब केवल सूर्योदय नहीं होता, यह सृष्टि की खूबसूरत घटना है, जहाँ अंधकार को मिटाकर सूरज नई उम्मीदों का उजाला फैलाता है।
छोटी वस्तुओं का समूह कार्यसाधक होता है। तिनकों से बनी रस्सी से मतवाले हाथी बांध लिए जाते हैं।
अपनी सोच को कैसे बेहतर बनाया जाए, यह सीखने से उत्कृष्ट कुछ नहीं है।
कमजोर तब रूकते हैं, जब वे थक जाते हैं और विजेता तब रूकते हैं जब वे जीत जाते हैं।
निष्काम कर्म ही शुभ कर्मों का हेतु होता है, और वही ईश्वर प्राप्ति का साधन भी।
समय हमेशा कड़ी मेहनत करने वालों का मित्र रहा है।
जब तालाब भरता है तब मछलियाँ चीटियों को खाती हैं और जब तालाब सूखने लगता है तब चीटियाँ मछलियों को खाती हैं.. यानि प्रकृति सभी को कभी न कभी मौका जरूर देती है बस अपनी बारी का इंतजार करो।
अगर रास्ता खूबसूरत है तो यह जरूर जानें कि वह किस ओर जा रहा है, लेकिन अगर लक्ष्य खूबसूरत है तो रास्ता जैसा भी हो उसकी परवाह ना करें
आप आज जो करेंगे वह महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें आप अपने जीवन का एक दिन लगा रहे हैं।
बीते समय में हमने भविष्य की चिन्ता की, आज भी हम भविष्य के लिए सोच रहे हैं और शायद कल भी यही करेंगे फिर हम वर्तमान का आनन्द कब लेंगे
यदि आप गुस्से के एक क्षण में धैर्य रखते हैं, तो आप दु:ख के सौ दिन से बच जाएंगे
इंसान उस वक्त सबसे ज्यादा बेवकूफ बनता है जब वह किसी और को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहा होता है।
जिस व्यक्ति ने कभी कोई गलती नहीं की, इसका मतबल उसने कभी कोई नया काम करने की कोशिश ही नहीं की।
किसी भी मनुष्य की वर्तमान स्थिति देखकर उसके भविष्य का उपहास मत उड़ाओ क्यूंकि काल में इतनी शक्ति है कि वो एक साधारण से कोयले को भी धीरे-धीरे हीरे में बदल देता है।
जिसने विद्या पढ़ी और आचरण नहीं किया वह उसके समान है, जिसने बैल जोता है और बीज नहीं बिखेरा है।
सम्भव की सीमा जानने का केवल एक ही तरीका है, असम्भव से भी आगे निकल जाना।
मुस्कान की कोई कीमत नहीं होती। यह पाने वाले को खुशहाल करती है और देने वाले का कुछ भी घटता नहीं।
तुम्हें अपने क्रोध के लिए सजा नहीं मिलती…. बल्कि तुम्हें अपने क्रोध से ही सजा मिलती है।
आप कितने भी परेशान क्यों न हो परंतु किसी अपने को परेशान देखकर यह जरूर कहें, चिन्ता मत करो.. मैं हूँ न ये तीन शब्द जीवन में ऊर्जा भर देंगे!
जो आप से जलते हैं उनसे घृणा कभी न करें क्योंकि यही तो वह लोग हैं, जो यह समझते हैं कि आप उनसे बेहतर हैं।
समय और समझ दोनों एक साथ खुशकिस्मत लोगों को ही मिलती है, क्योंकि अक्सर समय पर समझ नहीं आती और समझ आने पर समय निकल जाता है।
जब दुनिया यह कहती है कि हार मान लो, तो आशा धीरे से कान में कहती है कि एक बार फिर प्रयास करो, और यह ठीक भी है।
यदि आप गुस्से के एक क्षण में धैक्य रखते हैं, तो आप दु:ख के सौ दिन से बच सकते हैं।
स्वंय की उन्नति में अधिक समय देंगे तो दूसरों की निन्दा करने का समय ही नहीं मिलेगा।
जब किसी जरुरतमंद की आवाज तुम तक पहुंचे तो परमात्मा का शुक्र अदा करना…. की उसने अपने बंदे की मदद के लिए तुम्हें पसंद किया है। वरना वो तो सबके लिए अकेला ही काफी है।
सच्चे दोस्त सफेद रंग जैसे होते हैं, सफेद में कोई रंग मिलाओ तो नया रंग बन सकता है पर दुनिया के सारे रंग मिलाकर भी सफेद रंग नहीं बना सकते।
वही व्यक्ति समर्थ है जो यह मानता है कि वह समर्थ है।
अगर रिश्ते में पूरी तरह से विश्वास, ईमानदारी और समझदारी है तो इन्हें निभाने के लिए वचन, कसम, नियम और शर्तों की कोई जरुरत नहीं !
आपकी मनोवृत्ति ही आपकी महानता को निर्धारित करती है।
अधिक ध्यान उस पर दें जो आपके पास है, उस पर नहीं जो आपके पास नहीं है।
अपमान करना किसी का स्वभाव हो सकता है…. किंतु सम्मान करना हमारे संस्कार हैं।
एक इंसान उस वक्त सबसे सच्चा होता है, जब वह कबूल कर लेता है की उसके भीतर एक झूठ बोलने वाला आदमी भी है।
बने-बनाए रास्तों पर चलने वाले लोग अक्सर पिछड़ जाते हैं, क्योंकि इन रास्तों में भीड़ बहुत ज्यादा होती है… नया रास्ता बनाने मे समय लगता है, लेकिन दूसरों से आगे निकलने का यही एक मात्र तरीका है।
ताकत के साथ नेक इरादे भी होना बहुत जरूरी है, वरना सोचो ऐसा क्या था जो रावण हार गया।
आप कब सही थे.. इसे कोई याद नहीं रखता, आप कब गलत थे.. इसे कोई कभी नहीं भूलता।
छोटी-छोटी खुशियों को पूरे मन से और जोश से मनाएं, इससे जीवन में उत्साह बना रहता है।
जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप में नहीं कह सकता, उसी को क्रोध अधिक आता है।
ज्ञान अगर बुद्धि में रहे तो बोझ बनता हैं और जब व्यवहार में आ जाये तो आचरण बन जाता है।
कामयाब व्यक्ति अपने चेहरे पर दो ही चीजें रखते हैं पहली मुस्कुराहट मसलों को हल करने के लिए और दूसरी खमोशी मसलों से दूर रहने के लिए।
अगर इंसान शिक्षा से पहले संस्कार, व्यापार से पहले व्यवहार, भगवान से पहले माता-पिता को पहचान ले तो जिन्दगी में कभी कोई कठिनाई नहीं आएगी।
कर्म वह आइना है जो हमारा स्वरूप हमें दिखा देता है। अत: हमें कर्म का एहसानमंद होना चाहिए।
हर दिन कर्म की नई शुरुआत है, कल की कमियों को लेकर धैर्य न खोएं।
यदि आप प्रयास करने के बाद भी असफल हो जाये, तो भी उस व्यक्ति से हर हाल में बेहतर होंगे,जिसको बिना किसी प्रयास के सफलता मिली गई हो।
सच वह दौलत है जिसे पहले खर्च करो और जिन्दगी भर आनन्द लो, झूठ वह कर्ज है जिससे क्षणिक सुख पाओ पर जिन्दगी भर चुकाते रहो ।
चलने वाले दोनों पैरों में कितना फर्क है एक आगे तो एक पीछे.. पर न तो आगे वाले को अभिमान है, और न पीछे वाले को अपमान.. क्योंकि उन्हें पता होता है कि पल भर में ये बदलने वाला है…
ज्ञान का समुद्र अथाह है। जो यह सोचता है कि मैं जो जानता हूं, वही पूर्ण सत्य है, वह अंधेरे में भटक रहा है।
दिल बड़ा रखो, दिमाग ठंडा रखो, वाणी मीठी रखो फिर कोई आपसे नाराज हो तो कहना…!!!
दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती है, एक उसका अहम् और दूसरा उसका वहम।
दूसरों की अपेक्षा आपको सफलता यदि देर से मिले तो निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि… मकान बनने से ज्यादा समय महल बनने में लगता हैं!
सुंदरता जब आपको आकर्षित कर रही होती है, व्यक्तित्व तब तक आपके दिल पर कब्ज़ा कर चुका होता है।
एक सफल व्यक्ति वह है जो औरो द्वारा अपने ऊपर फेंके गए ईंटों से एक मजबूत नींव बना सकता हो।
आप कितना धीमे चल रहे हैं यह बात तक मायने नहीं रखती जब तक कि आप रुकें नहीं।
जिन्दगी दो दिन की हैं! एक दिन आप के हक में, एक दिन आप के खिलाफ, जिस दिन हक में हो गुरूर मत करना और जिस दिन खिलाफ हो थोड़ा सा सब्र जरूर करना…
स्वर्ग व नरक कोई भौगोलिक स्थिति नहीं हैं, बल्कि एक मनोस्थिति है जैसा सोचोगे, वैसा ही पाओगे।
बोलने में संयमी होना और कार्यों में अग्रणी होना, श्रेष्ठ व्यक्तियों की पहचान है।
अपनी उम्र और पैसे पर कभी घमंड मत करना क्योंकि जो चीजें गिनी जा सकें वो यकीनन खत्म हो जाती हैं।
आस्था वो पक्षी है जो सुबह अँधेरा होने पर भी उजाले को महसूस करती है।
जीवन का सबसे बड़ा अपराध किसी की आँख में आंसू आपकी वजह से होना, और जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि किसी की आँख में आंसू आपके लिए होना।
एक मिनट में जिन्दगी नहीं बदलती पर एक मिनट सोच कर लिया हुआ फैसला पूरी जिन्दगी बदल देता है…
अपने हौसले को ये मत बताओ कि तुम्हारी परेशानी कितनी बड़ी है, अपनी परेशानी को ये बताओ कि तुम्हारा हौसला कितना बड़ा है।
कोई व्यक्ति सिर्फ इसलिए प्रसन्न नहीं दिखाई देता कि उसे कोई परेशानी नहीं है, बल्कि इसलिए प्रसन्न रहता है कि उसका जीवन जीने का दृष्टिकोण सकारात्मक है।
किसी से उम्मीद किए बिना उसका अच्छा करो, क्योंकि किसी ने कहा है, कि जो लोग फूल बेचते हैं उनके हाथ में खुश्बू अक्सर रह जाती है।
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