Good night










































जरुरत से ज्यादा मिलें
 उसे कहते हैं नसीब!

भगवान का दिया सबकुछ हो
  फिर भी जो रोता रहे उसे
 ‌ कहते हैं बदनसीब! और

ज़िंदगी में थोड़ा कम पाकर 
   भी सदा खुश रहता है
उसे कहते हैं खुशनसीब!!


[3/3, 10:47 PM] Aparao: 

*"दरिया"*
बनकर किसी को डुबाना
   बहुत आसान है मगर

*"जरिया"*
बनकर किसी को बचायें
   तो कोई बात बनें!!

[3/3, 10:48 PM] Aparao :




परिंदे...रुक मत तुझ में जान बाकी है,
मंजिल दूर है अभी बहुत उड़ान बाकी है...
यूं नहीं मिलती खुदा की मेहरबानी,
एक से बढ़कर एक इम्तिहान बाकी हैं...
  उड़ने के लिए तो होंसला चाहिए,
जीतने के लिए सारा जहान बाकी है...


[4/3, 6:53 AM] Aparao:

 *सलाह हारे हुए की* ,
*तजुर्बा जीते हुए का,*
*और दिमाग़ खुद का,*
*इंसान को जिंदगी में,*
*कभी हारने नहीं देते...*


[4/3, 6:54 AM] Aparao:


 *good thing for best friend's*

हसते रहें आप हजारों के बीच में,
जैसे हसते हैं फूल बहारों के बीच में,
रोशन हो आप दुनिया में इस तरह,
जैसे होता है चाँद सितारों के बीच में |

🌼🌼good night  🌼🌼


[4/3, 6:58 AM] Aparao:


 **ग़ज़ल: बशीर बद...*

खुद को इतना भी मत बचाया कर,
बारिशें हो तो *भीग जाया कर*।

चाँद लाकर कोई नहीं देगा,
अपने चेहरे से *जगमगाया कर*।

दर्द हीरा है, दर्द मोती है,
दर्द आँखों से *मत बहाया कर*।

काम ले कुछ हसीन होंठो से,
बातों-बातों में *मुस्कुराया कर*।

धूप मायूस लौट जाती है,
छत पे *किसी बहाने आया कर*।

कौन कहता है दिल मिलाने को,
कम-से-कम *हाथ तो मिलाया कर*।

_*बशीर बद्र*_

🌼🌼good night  🌼🌼

[4/3, 1:58 PM] arjun: 

मुँह पर कड़वा बोलने वाले लोग कभी धोखा नहीं देते !
डरना तो… मीठा बोलने वालों से चाहिए जो दिल में नफरत पालते हैं
और वक़्त के साथ बदल जाते हैं
शीशा कमज़ोर बहुत होता है
मगर सच दिखाने से घबराता नहीं है
सच्चे और अच्छे व्यक्ति का व्यक्तित्व नमक की तरह अनोखा होता है,
जिसकी उपस्थिति याद नही रहती, किन्तु
उसकी अनुपस्थिति प्रत्येक चीज को बेस्वाद बना देती है।
एक सुखद जीवन के लिए,
दिमाग में सत्यता, चेहरे पर प्रसन्नता
और हृदय में पवित्रता बहुत जरूरी हैं

Good night 

[4/3, 1:58 PM] arjun: 

*सब से कठिन काम है*    
              *सब को खुश रखना*
  
           *सब से आसान काम है*
               *सब से खुश रहना*
  
               
*कोशिश करुंगा कि जिँदगी का हर लम्हा अपनी तरफ से हर किसी के साथ अच्छे से गुजरे,*

  *क्योकि, जिन्दगी नहीं रहती परअच्छी यादें हमेशा जिन्दा रहती हैं।*
🍁❄🌸🏵🌸❄🍁
*😊 सदा मुस्कुराते रहिये*
  *🌷सुप्रभात🌷*
🍁🍃🌷🌻🌷


[4/3, 2:58 PM] arjun: 


*💞चार लाइने  दोस्तों के नाम💞*

*"काश फिर मिलने की वजह मिल जाए!*
*"साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए!*
*"चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें!*
*"क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए!*
*"मौसम को जो महका दे उसे 'इत्र' कहते हैं!*
*"जीवन को जो महका दे उसे ही 'मित्र' कहते है!*
*"क्यूँ  मुश्किलों में  साथ  देते  हैं  "दोस्त"*
*"क्यूँ  गम  को  बाँट लेते  हैं "दोस्त"*
*"न  रिश्ता  खून  का  न  रिवाज  से  बंधा  है!*
*"फिर  भी  ज़िन्दगी  भर का साथ  देते  हैं  "दोस्त"।*

[4/3, 2:58 PM] arjun: 

कुछ रिश्ते खुदा बनाते हैं,
कुछ रिश्ते लोग बनाते हैं, 
कुछ लोग बिना रिश्ते के 
ही रिश्ते निभाते हैं,
शायद वही दोस्त कहलाते हैं

_*गुलज़ार*_

[4/3, 2:58 PM] arjun:

 *what is life...*

Life is a song - sing it
Life is a game - play it
Life is a challenge - meet it
Life is a dream - realize it
Life is a sacrifice - offer it
Life is love - enjoy it


[4/3, 6:33 PM] arjun


तेरा मेरा करते एक दिन चले जाना है,
       जो भी कमाया यही रह जाना है !
कर ले कुछ अच्छे कर्म,
       साथ यही तेरे जाना है !
रोने से तो आंसू भी पराये हो जाते हैं,
       लेकिन मुस्कुराने से...
पराये भी अपने हो जाते हैं !
    मुझे वो रिश्ते पसंद है,
जिनमें  "मैं" नहीं "हम" हो !!
इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नही,
उपरवाला कर्म देखता है, वसीयत नही..


[4/3, 6:33 PM] arjun: 


ख़ुदा की मोहब्बत को फ़ना कौन करेगा?
सभी बन्दे नेक हों तो गुनाह कौन करेगा?
ऐ ख़ुदा मेरे दोस्तों को सलामत रखना
वरना मेरी सलामती की दुआ कौन करेगा
और रखना मेरे दुश्मनों को भी महफूज़
वरना मेरी तेरे पास आने की दुआ कौन करेगा...!!!

_*मिर्ज़ा ग़ालिब*_

[4/3, 6:33 PM] arjun: 



*ये जिंदगी का रंगमंच है दोस्तों*

*वैज्ञानिक ढूंढ रहे हैं*
*कि मंगल पर जीवन है या नहीं*

*और हमें ढूंढना है*
*कि जीवन में मंगल है या नही*


[4/3, 6:33 PM] arjun: 


*जाने वो कैसे..*
    *मुकद्दर की किताब*
               *लिख देता है...📚*,

*साँसे गिनती की..* 
         *और ख्वाइशें*
            *बेहिसाब लिख देता है..📝.*
Er sevaram sahu

_*Er sevaram sahu*_


[4/3, 6:33 PM] arjun: 


किस रावण की काटूं बाहें,
किस लंका को आग लगाऊँ..!

घर घर रावण पग पग लंका, इतने राम कहाँ से
लाऊँ..,!!!

नफरतों का असर देखो,
जानवरों का बटंवारा हो गया,
गाय हिन्दू हो गयी ;
और बकरा मुसलमान हो गया.

मंदिरो मे हिंदू देखे,
मस्जिदो में मुसलमान,
शाम को जब मयखाने गया ;
तब जाकर दिखे इन्सान.

ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं..
अगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं
---

सूखे मेवे भी ये देख कर हैरान हो गए..
न जाने कब नारियल हिन्दू और
खजूर मुसलमान हो गए..
---

न मस्जिद को जानते हैं , 
न शिवालों को जानते हैं
जो भूखे पेट होते हैं, वो सिर्फ
निवालों को जानते हैं 

मेरा यही अंदाज
ज़माने को खलता है.
की मेरा चिराग हवा के खिलाफ
क्यों जलता है......

मैं अमन पसंद हूँ ,मेरे शहर में दंगा रहने दो...
लाल और हरे में मत बांटो , मेरी छत पर
तिरंगा रहने दो... 



_*Javed Akhtar*_


[4/3, 6:55 PM] arjun: 


रख हौंसला 
वो मंज़र भी आएगा,
प्यासे के पास चलकर 
समंदर भी आएगा।

थक कर न बैठ
ए मंजिल के मुसाफ़िर,
मंज़िल भी मिलेगी और
मिलने का मजा भी आएगा।

_*गुलज़ार*_


[4/3, 6:55 PM] arjun:


 *बोली बता देती है,इंसान कैसा है!*
*बहस बता देती है, ज्ञान कैसा है!*
*घमण्ड बता देता है, कितना पैसा है।*
*संस्कार बता देते है, परिवार कैसा है !!*

_*गुलज़ार*_


[4/3, 6:55 PM] arjun:



 *कभी तानों में कटेगी,*
*कभी तारीफों में;*
*ये जिंदगी है यारो,*
*पल पल घटेगी !!*

*पाने को कुछ नहीं,*
*ले जाने को कुछ नहीं;*
*फिर भी क्यों चिंता करते हो,*
*इससे सिर्फ खूबसूरती घटेगी,*
*ये जिंदगी है यारो, पल-पल घटेगी!*

_*गुलज़ार*_


[4/3, 6:56 PM] arjun: 

शुभ रात्री 🦦
.
.
[4/3, 9:28 PM] arjun: 

खरंच आहे सर ,
जेंव्हा जगात तंत्रज्ञान नव्हते तेव्हा   हिंदू धर्मानेच जिवनाचा अर्थ जगाला समजावून सांगितले, जगाची खूप रहस्य उलगडून दाखवले, कारण हजारो वर्षांपूर्वी 10/12 धर्म नव्हते , तेंव्हा एकच धर्म होता , तेंव्हा कोणी महम्मद पैगंबर वा गौतम बुद्ध जन्मले नव्हते *परंतु एक सत्य* ते दोघे ही हिंदू धर्मातच जन्मले होते आणि *त्यांच्या जन्मानंतर देव बदलले माणूस माणसापासून खरा विभक्त झाला*  परंतु त्याचे कोणास ज्ञात नाही


[4/3, 9:29 PM] arjun: आज ही माणसं धर्म जात विसरले तर खूप प्रगती करतील


[4/3, 9:30 PM] arjun:



चालीसा उपवास काल
*A. B. C. D तो सभी को आती होगी पर ऐसे नहीं आती होगी* 

*A-* आदर करो बड़ों का
  *B-* बुरा मत करो किसी का
    *C-* चोरी मत करो 
      *D-* देना सीखो जरूरतमंद  को

*E-* एहसान करो
  *F-* फर्ज अदा करो
   *G-* गुस्सा मत कऱो 
    *H-* हजारों दुआ करो

*I-* ईमानदार बनो
 *J-* जन्नत भगवान से मांगो
   *K-* किस्मत में होगा मिलेगा
    *L-* लालच मत करो 

*M-* महनत करो
  *N-* नहीं किसी से मत कहो
    *O-* औरत का सम्मान करो
      *P-* प्रणाम करो बड़ों को


*Q-* क्यों करते हो चिंता (मस्त रहो)
  *R-* रोज सुबह उठो
   *S-*  शुक्रिया अदा करो 
     *T-* टहलो रोज  (मॉर्निंग वॉक)
      *U-* उम्मीद रखो
        *V-*  वंदना करो
         *W-*  वक्त की कदर करो 

*X-* क्षमा करना सीखो
 *Y-* यकीन भगवान पर करो
  *Z-* जरा इस मैसेज को  सबको फारवरड करो 

इस मैसेज को रोकना नहीं आगे भेजते रहें


[5/3, 10:29 AM] Aparao:



 ज्यादातर  लोग उतने ही खुश रहते हैं, जितना वो अपने दिमाग में तय कर लेते हैं। एक  बेहतरीन जिंदगी जीने के लिए यह स्वीकार करना भी जरूरी है कि सब कुछ सबको  नहीं मिलता।

 हममें से प्रत्येक एक हीरा है, पर चमकता वही है जो  तराशने की हद से गुजरता है। अपने आत्मविश्वास को मजबूत रखो, अगर आप के अंदर  आत्मविश्वास की कमी हो जाती है तो ये दुनिया डरावनी नज़र आती है।

 स्मरण रखना, भटकने के लिए हजार उपाय हैं, पहुंचने के लिए एक उपाय है।  भटकाने वाले करोड़ हैं, पहुंचाने वाला एक है। भटकना चाहो तो कोई अंत नहीं  है, जन्मों - जन्मों तक भटकते रहो। वही तुमने किया है, वही तुम अभी भी कर  रहे हो। पहुंचना हो तो एक मार्ग है, सत्य का मार्ग। ✔


[5/3, 10:29 AM] Aparao:

 रोटी का कोई "धर्म" नहीं होता..
पानी की कोई "जात"नहीं होती..
जहाँ  "इंसानियत" जिन्दा है..
वहाँ "मजहब" की बात नहीं होती..!!


[5/3, 10:31 AM] Aparao:


 *Very nice poem ...*
*1*
 *कभी साथ बैठो..*
*तो कहूँ कि दर्द क्या है...*
*अब यूँ दूर से पूछोगे..*
*तो ख़ैरियत ही कहेंगे...*

*2.* 
*सुख मेरा काँच सा था..*
*न जाने कितनों को चुभा गया..!*

*3.* 
*आईना आज फिर,*
*रिशवत लेता पकड़ा गया..*
*दिल में दर्द था और चेहरा,*

*हंसता हुआ पकड़ा गया...*

  *4.*
 *वक्त, ऐतबार और इज्जत,*
  *ऐसे परिंदे हैं..*
   *जो एक बार उड़ जायें*
    *तो वापस नहीं आते...*

*5.*
 *दुनिया तो एक ही है,*
 *फिर भी सबकी अलग है...*

*6.*
 *दरख्तों से रिश्तों का,*
 *हुनर सीख लो मेरे दोस्त..*
 *जब जड़ों में ज़ख्म लगते हैं,*
 *तो टहनियाँ भी सूख जाती*
   *हैं*

*7.*
 *कुछ रिश्ते हैं,*
*...इसलिये चुप हैं ।* 
*कुछ चुप हैं,*
*...इसलिये रिश्ते हैं ।।*

*8*. 
*मोहब्बत और मौत की,*
*पसंद तो देखिए..*
*एक को दिल चाहिए,*
*और दूसरे को धड़कन...*



*9.*
 *जब जब तुम्हारा हौसला,*
*आसमान में जायेगा..* 
*सावधान, तब तब कोई,* 
*पंख काटने जरूर आयेगा...*

*10.*
 *हज़ार जवाबों से,*
*अच्छी है ख़ामोशी साहेब..*
*ना जाने कितने सवालों की,* 
*आबरू तो रखती है...*
💐😊.  💐


[5/3, 10:41 AM] Aparao:

 *जब जब तुम्हारा हौसला,*
*आसमान में जायेगा..* 
*सावधान, तब तब कोई,* 
*पंख काटने जरूर आयेगा...*


[5/3, 10:44 PM] arjun: 

ज्यादातर  लोग उतने ही खुश रहते हैं, जितना वो अपने दिमाग में तय कर लेते हैं। एक  बेहतरीन जिंदगी जीने के लिए यह स्वीकार करना भी जरूरी है कि सब कुछ सबको  नहीं मिलता।

 हममें से प्रत्येक एक हीरा है, पर चमकता वही है जो  तराशने की हद से गुजरता है। अपने आत्मविश्वास को मजबूत रखो, अगर आप के अंदर  आत्मविश्वास की कमी हो जाती है तो ये दुनिया डरावनी नज़र आती है।

 स्मरण रखना, भटकने के लिए हजार उपाय हैं, पहुंचने के लिए एक उपाय है।  भटकाने वाले करोड़ हैं, पहुंचाने वाला एक है। भटकना चाहो तो कोई अंत नहीं  है, जन्मों - जन्मों तक भटकते रहो। वही तुमने किया है, वही तुम अभी भी कर  रहे हो। पहुंचना हो तो एक मार्ग है, सत्य का मार्ग। ✔


[5/3, 10:50 PM] Aparao:


स्वाद छोड़ दो तो...शरीर को फायदा।

विवाद छोड़ दो तो...संबंधों को फायदा। 

व्यर्थ चिंता छोड़ दो तो जीवन को फायदा।


[5/3, 10:51 PM] Aparao:


 *भेद-भाव*

करोड़ों किसम के जीव यहां हैं ,, पर इन सब में मानव है सर्वक्षे्स्ठ ,,खुन सभी के रंग एक है ,, तो फिर इनके बीच कितने हैं भेद.

_*narsingh nishad*_


[5/3, 10:54 PM] Aparao: 

जब अक्ल आती है तो
शादी हो जाती है।
मोहब्बत की उम्र आती है,
तो बच्चे पालने पड़ जाते हैं।
आराम का वक्त आता है, 
तो बीमारियां घेर लेती हैं।

और जब जिंदगी समझ आने लगती है,
तो दुनियां से जाने का वक्त आ जाता है।


[5/3, 10:57 PM] Aparao:


 जो कह दिया वह शब्द थे, 
जो नहीं कह सके वह अनुभूति थी
और जो कहना है, 
फिर भी नहीं कह सकते 
वह मर्यादा है।।

जिन्दगी का क्या है? 
आकर नहायी
और नहाकर चल दी।

बात पर  गौर करना
पत्तों सी होती है कई  रिश्तों की उम्र!
आज हरे....
कल सूखे....।।

क्यों न हम
जड़ों से रिश्ते
निभाना सीखें।।
रिश्तों को बनाये रखने के लिये, 
कभी अन्धा,
कभी गूँगा 
और  कभी बहरा
होना ही पड़ता है।।


बरसात हुई
और कानों में
इतना कह गई कि
गर्मी किसी की भी
हमेशा नहीं रहती।।

नसीहत
नर्म लहजे में ही
अच्छी लगती है क्योंकि, 
दस्तक का मकसद
दरवाजा खुलवाना
होता है,
तोड़ना नहीं।। 

घमण्ड
किसी का नहीं रहा,
टूटने से पहले तक
गुल्ल्क को भी लगता है,
सारे पैसे उसी के हैं।।

जिस बात पर
कोई मुस्करा दे,
बात बस वही
खूबसूरत है।।

थमती नहीं
जिन्दगी कभी
किसी के बिना,
परन्तु 
ये गुजरती भी नहीं
अपनों के बिना🙏



[6/3, 6:47 AM] Aparao: 

Beautiful poem

इस कविता के अंत में कोई कसम नहीं है क्योंकि ये कविता इतनी अच्छी है आप खुद शेयर किये बिना नहीं रह पाओगे


लेती नहीं दवाई "माँ",
जोड़े पाई-पाई "माँ"।

दुःख थे पर्वत, राई "माँ",
हारी नहीं लड़ाई "माँ"।

इस दुनियां में सब मैले हैं,
किस दुनियां से आई "माँ"।

दुनिया के सब रिश्ते ठंडे,
गरमागर्म रजाई "माँ" ।

जब भी कोई रिश्ता उधड़े,
करती है तुरपाई "माँ" ।

बाबू जी तनख़ा लाये बस,
लेकिन बरक़त लाई "माँ"।

बाबूजी थे सख्त मगर
,
माखन और मलाई "माँ"।

बाबूजी के पाँव दबा कर
सब तीरथ हो आई "माँ"।

नाम सभी हैं गुड़ से मीठे,
मां जी, मैया, माई, "माँ" ।

सभी साड़ियाँ छीज गई थीं,
मगर नहीं कह पाई  "माँ" ।

घर में चूल्हे मत बाँटो रे,
देती रही दुहाई "माँ"।

बाबूजी बीमार पड़े जब,
साथ-साथ मुरझाई "माँ" ।

रोती है लेकिन छुप-छुप कर,
बड़े सब्र की जाई "माँ"।

लड़ते-लड़ते, सहते-सहते,
रह गई एक तिहाई "माँ" ।

बेटी रहे ससुराल में खुश,
सब ज़ेवर दे आई "माँ"।

"माँ" से घर, घर लगता है,
घर में घुली, समाई "माँ" ।

बेटे की कुर्सी है ऊँची,
पर उसकी ऊँचाई "माँ" ।

दर्द बड़ा हो या छोटा हो,
याद हमेशा आई "माँ"।

घर के शगुन सभी "माँ" से,
है घर की शहनाई "माँ"।

सभी पराये हो जाते हैं,
होती नहीं पराईl. माँ!


[6/3, 6:52 AM] Aparao: 


*कोई* इतना अमीर नहीं कि
अपना पुराना वक्त खरीद सके।
और कोई इतना गरीब नहीं कि 
     अपना आने वाला वक्त              
           न बदल सके।

_*Dr. APJ Abdul Kalam*_


[6/3, 6:55 AM] Aparao: 

*दर्द कागज़ पर,* 
          *मेरा बिकता रहा,*
*मैं बैचैन था,* 
          *रातभर लिखता रहा..*

*छू रहे थे सब,*
          *बुलंदियाँ आसमान की,*
*मैं सितारों के बीच,*
          *चाँद की तरह छिपता रहा..*

*दरख़्त होता तो,* 
          *कब का टूट गया होता,*
*मैं था नाज़ुक डाली,* 
          *जो सबके आगे झुकता रहा..*

*बदले यहाँ लोगों ने,*
         *रंग अपने-अपने ढंग से,*
*रंग मेरा भी निखरा पर,*
         *मैं मेहँदी की तरह पिसता रहा..*

*जिनको जल्दी थी,*
         *वो बढ़ चले मंज़िल की ओर,*
*मैं समन्दर से राज,*
         *गहराई के सीखता रहा..!!*

🌞आपका दिन शुभ हो 🌞


[6/3, 6:57 AM] Aparao: 


खुद से बहस करोगे तो
      सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे !
              अगर दुसरो से करोगे तो
        और नये सवाल खड़े हो जायेंगे !!
     जब मनुष्य अपनी ग़लती का वक़ील
           और दूसरों की गलतियों का
                जज बन जाता है तो
        फैसले नही फासले हो जाते है..

🌼🌼 good morning 🌼🌼


[6/3, 6:58 AM] Aparao:


 "रब" ने नवाजा हमें जिंदगी देकर;
और हम "शौहरत" मांगते रह गये;

जिंदगी गुजार दी शौहरत के पीछे;
फिर जीने की "मौहलत" मांगते रह गये।

ये कफन, ये जनाज़े, ये "कब्र" सिर्फ बातें हैं मेरे दोस्त,
वरना मर तो इंसान तभी जाता है जब याद करने वाला कोई ना हो...!

ये समंदर भी तेरी तरह खुदगर्ज़ निकला,
ज़िंदा थे तो तैरने न दिया और मर गए तो डूबने न दिया...

क्या बात करें इस दुनिया की
हर शख्स के अपने अफसाने हैं

जो सामने हे उसे लोग बुरा कहते हैं,
जिसको देखा नहीं उसे सब  "खुदा" कहते हैं

_*हरिवंशराय बच्चन*_


[6/3, 7:01 AM] Aparao:



 कुछ भी नहीं मुश्किल  इस जँहा में ,
बस दिल से कोशिस करते रहिये !

मिलेगी मंजिल  हर हाल में इक दिन ,
कदम बढ़ा  कर चलते  रहिये !

माना आयेंगी मुश्किलें  रास्ते  में तेरे ,
हटाकर  उनको मुस्कुराते रहिये !

मिलेंगे अनगिनत तवारीखों में ऐसे ,
 तुम उनसे बहुत कुछ
सीखते रहिये !

कुछभी नहीं मुश्किल  इस जंहा में ,
बस दिल से कोशिस करते रहिये !!

हारो पर हिम्मत  कभी न हारो ,
फिर दुगने उत्साह  से बढ़ते  रहिये!

गिरो सम्भालो  खुदको आगे बढो  ,
बस मंजिल को ही ध्यान में रखिये !

पहुँच जाओगे मंजिल पर इक दिन ,
दिलमें कुछ करने का जज्बा  रखिये !

कुछभी नहीं मुश्किल इस जहाँ में ,
बस दिल से  कोशिस करते रहिये !!

_*राम पारस*_


[6/3, 7:03 AM] Aparao:

 ज़िंदगी तो सभी के लिए​ 
    ​एक रंगीन किताब है ..!​
            ​फर्क बस इतना है कि,​
            ​कोई हर पन्ने को दिल से​
           ​पढ़ रहा है; और​
            ​कोई दिल रखने के लिए​
            ​पन्ने पलट रहा है।​
    ​हर पल में प्यार है​
    ​हर लम्हे में ख़ुशी है ..!​
           ​खो दो तो यादें हैं,​ 
           ​जी लो तो ज़िंदगी है।

_*sevaram sahu*_


[6/3, 7:06 AM] Aparao:


 *बोली बता देती है,इंसान कैसा है!*
*बहस बता देती है, ज्ञान कैसा है!*
*घमण्ड बता देता है, कितना पैसा है।*
*संस्कार बता देते है, परिवार कैसा है !!*

_*गुलज़ार*_


[6/3, 7:07 AM] Aparao: 


*सच्चाई*

Return टिकट तो confirm है।

इसिलए मन भरकर जिए
        मन में भरकर ना जिए,

छोड़िए शिकायत 
        शुक्रिया अदा कीजिए

जितना है पास
        पहले उसका मजा लीजिए

चाहे जिधर से गुजरिये
       मीठी सी हलचल मचा दीजिये

उम्र का हर एक दौर मजेदार है
         अपनी उम्र का मजा लीजिये

क्योकि
       Return टिकट तो confirm है।

_*Er sevaram sahu*_


[6/3, 7:10 AM] Aparao:



 पूरी दुनियां में सबसे *खूबसूरत जोड़ी* कौनसी है...?

*मुस्कुराहट और आंसू*

इन दोनों का एक साथ *मिलना मुश्किल है,*
लेकिन जब ये दोनों एक साथ मिलते हैं
*वो पल सबसे खूबसूरत होता है*


[6/3, 7:12 AM] Aparao: 




Never *cry* for the 
person who *hurts* 
             you,
 just smile and say,
thank you for giving
me a chance to find
  someone *better* 
         than you.

_*Dr. APJ Abdul Kalam*_





[6/3, 7:14 AM] Aparao: 


*है छोटी सी ज़िन्दगी....*
*तकरारें किसलिए ?*

*रहो एक दूसरे के दिलों में....*
*यह दीवारें किसलिए ?*

_*Rahul yadav*_



[6/3, 7:16 AM] Aparao:



 न चादर बड़ी कीजिये, 
न ख्वाहिशें दफन कीजिये,
चार दिन की जिन्दगी है,
बस चैन से बसर कीजिये...

न परेशान किसी को कीजिये,
न हैरान किसी को कीजिये, 
कोई लाख गलत भी बोले, 
बस मुस्कुरा कर छोड़ दीजिये...

न रूठा किसी से कीजिये, 
न झूठा वादा किसी से कीजिये,
कुछ फुरसत के पल निकालिये, 
कभी खुद से भी मिला कीजिये,



[6/3, 7:23 AM] arjun:




#🌞 *Good Morning* 🌞 ☘🍀🌱🌾🎄🌲🌴🌳
*टूटा हुआ विश्वास*
*और छूटा हुआ बचपन,*
*जिंदगी में कभी दुबारा वापस नहीं मिलता* !!

*" नफरतों में क्या रखा हैं ..,*
*मोहब्बत से जीना सीखो..,*
            *क्योंकि*
*ये दुनियाँ न तो हमारा घर है ...*
                *और ...*
*न ही आप का ठिकाना ..,*
*याद रहे ! दूसरा मौका सिर्फ कहानियाँ देती हैं , जिन्दगी नहीं ...*

           🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻



[6/3, 9:14 AM] arjun: 



*"ज़िन्दगी का आनंद*
*अपने तरीके से ही लेना चाहिए,*

*लोगों की खुशी के चक्कर में तो*
*शेर को भी सर्कस में नाचना पड़ता है।"*

*सभी साथियों का दिन शुभ हो ।।*




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