जिवन विचार 148
*कड़वा पर सत्य*
*आजकल लोग दिल से दी हुई इज़्ज़त से खुश नहीं होते*
*जितना कि*
*दिखावे की चापलूसी करने वालो से गर्व महसूस करते हैं*
*अपनी बातों को हमेशा ध्यानपूर्वक कहे ,*
*क्योंकि हम तो कहकर भूल जाते हैं ,लेकिन लोग उसे याद रखते हैं !!*
*जो*
*आपके शब्दों का*
*"मूल्य" नहीं समझता,*
*उसके सामने*
*मौन रहना ही*
*बेहतर है।।*
*यदि आपको विश्वास है कि*
*आप सही कर रहे हैं.फिर भी*
*लोग आपकी आलोचना करते हैं.*
*तो चिंता मत कीजिए.....*
*और याद रखिए हर खेल में*
*दर्शक ही शोर करते हैं,*
*खिलाड़ी नहीं !*
Comments
Post a Comment
Did you like this blog